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कालभैरव को करें प्रसन्न, ये उपाय बचाएंगे संकटों से


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन कालभैरव जयंती मनाई जाती है। इसे कालभैरव अष्टमी और कालाष्टमी भी कहा जाता है। यह दिन भगवान शिव के रौद्र और भीषण रूप कालभैरव की उत्पत्ति का दिन होता है। कालभैरव की आराधना, पूजा, दर्शन करने से शत्रुओं से छुटकारा मिलता है, रोग मुक्ति होती और समस्त सुखों की प्राप्ति होती है। इस दिन कालभैरव के मंदिर में जाकर उनकी पूजा अवश्य करनी चाहिए। कालभैरव अष्टमी 22 नवंबर 2024 शुक्रवार को आ रही है।

क्या करें
कालभैरव अष्टमी के दिन उपवास रखकर प्रदोषकाल में भैरवनाथ की यथाशक्ति पूजा करें, स्तोत्र पाठ और जप करें। बाद में प्रत्येक प्रहर पूजा कर भैरवदेव को अर्घ्य प्रदान करें तथा रात्रि जागरण करें। इस दिन छोटे बालकों (बटुकों) को मिष्ठान्न का भोजन करवाएं। काले श्वानों को मिठाई व तला हुआ नमकीन खिलाएं। इन उपायों से भैरव प्रसन्न होंगे और तात्कालिक संकटों से मुक्ति दिलाएंगे।

अपनी राशि के अनुसार करें उपाय
भैरवनाथ को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपनी राशि के अनुसार उपाय करने चाहिए।

मेष : सवा किलो काले उड़द मिट्टी के काले पात्र में रखकर कालभैरव मंदिर में चढ़ाकर आएं।

वृषभ : सवा किलो काले तिल मिट्टी के पात्र में भरकर कालभैरव मंदिर में भेंट करें और फल गरीबों को खिलाएं।

मिथुन : रसीले फलों का दान गरीबों को दें। भैरव को भी रसीले फलों का भोग अर्पित करें।

कर्क : गायों को हरा चारा खिलाएं और कालभैरव की प्रसन्नता के लिए तेल में तली पूड़ियां गाय को खिलाएं।

सिंह : मछलियों को आटे की गोली में काले तिल मिलाकर खिलाएं। कबूतरों को दाना डालें।

कन्या : तीखी, धारदार वस्तु, चाकू-तलवार आदि कालभैरव के मंदिर में भेंट करें।

तुला : कालभैरव अष्टमी के दिन जलसेवा करें। प्याऊ लगवाएं, गरीबों की सेवा करें। दवाई का प्रबंध करें।

वृश्चिक : अस्पतालों में गरीबों का उपचार करवाएं, दवाई का प्रबंध करें और उन्हें भोजन करवाएं।

धनु : 14 साल तक की उम्र के बालकों को मिठाई खिलाएं। तली हुई नमकीन पूड़ी भी खिलाएं।

मकर : तेल में तला हुआ नमकीन, मिक्चर, सेंव आदि कालभैरव को नैवेद्य लगाने के बाद गरीबों में बांटें।

कुंभ : तिल से बनी हुई मिठाई बच्चों को खिलाएं। रसीले फल जानवरों को खिलाएं।

मीन : काली गाय को घी लगी रोटियां खिलाएं। काले श्वानों को दूध-बिस्किट खिलाएं।

गुरु पुष्य : 8 घंटे 49 मिनट बन रहा महायोग


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन शुक्ल योग में गुरु पुष्य का संयोग बन रहा है। 21 नवंबर 2024 को यह महायोग प्रात: 6 बजकर 48 मिनट से दोपहर 3 बजकर 37 मिनट तक रहेगा। 8 घंटे 49 मिनट का यह महायोग अत्यंत सिद्ध समय रहेगा। इस समय में अपने जीवन के अनेक संकटों का निवारण करने के उपाय किए जा सकते हैं।

1. यदि आपका भाग्य कमजोर है, काम चलते-चलते अटक जाते हैं, कड़ी मेहनत करने के बाद भी पैसा नहीं आता, कर्ज बढ़ता जा रहा है तो गुरु पुष्य के संयोग में खड़ी हल्दी अवश्य खरीदें। इससे भाग्य मजबूत होगा।

2. गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन प्रात: नहाने के पानी में थोड़ी सी हल्दी डालकर स्नान करें। इससे बृहस्पति ग्रह की पीड़ा दूर होगी और बृहस्पति मजबूत होगा, जिससे मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा प्राप्त होगी।

3. गुरु पुष्य के दिन केसर-हल्दी का तिलक करके घर से निकले, उस दिन के सारे काम पूरे होंगे और उनमें सफलता मिलेगी। लोग आपसे प्रभावित होंगे और आपकी बातों को महत्व देंगे।

4. गुरु पुष्य के दिन श्रीयंत्र का पूजन करके कनकधारा स्तोत्र के पाठ की 11 आवृत्ति करने से धन की प्राप्ति होती है। जो काम आप कर रहे हैं चाहे नौकरी हो या व्यापार उसमें सफलता मिलने लगेगी।

5. गुरु पुष्य के दिन केले के पेड़ में हल्दी वाला पानी चढ़ाने से विवाह की बाधा दूर होती है। इस दिन किसी ब्राह्मण दंपती को सवा किलो हल्दी भेंट करें। आपका भाग्य चमक उठेगा।

6. गुरु पुष्य के संयोग में चांदी का चौकोर टुकड़ा खरीदें और इस पर केसर से चारों कोनों में बिंदी लगाकर पूजन करें। इसे अपनी तिजोरी या धन रखने के स्थान में रखने से धन की आवक बढ़ने लगती है।

7. गुरु पुष्य के दिन भगवान विष्णु या श्रीकृष्ण भगवान को पीले पुष्पों का श्रृंगार कर केले और देसी घी की मिठाई का नैवेद्य लगाएं। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। अनेक संकट दूर होंगे और मन प्रसन्न रहेगा।

8. गुरु पुष्य के दिन श्रीकृष्ण भगवान के साथ तुलसी का पूजन करने से मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।

9. क्लीं कृष्णाय नम: मंत्र की 11 माला जाप गुरु पुष्य में करने से वशीकरण की शक्ति प्राप्त हो जाती है। लोग आपके प्रति आकर्षित होते हैं और आपका कहना मानने लगते हैं।

10. गुरु पुष्य के संयोग में भगवान विष्णु का अभिषेक केसर मिश्रित दूध से करें। पूजन करें। श्रृंगार करें, नैवेद्य लगाएं, आरती करें आपके सारे मनोरथ पूरे होंगे।

कैसा रहेगा आज का दिन : 14 नवंबर 2024 गुरुवार


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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दिनांक : 14 नवंबर 2024 गुरुवार
विक्रम संवत : 2081
शालिवाहन वाहन शके : 1946
मास : कार्तिक शुक्ल पक्ष

तिथि : त्रयोदशी प्रात: 9:42 तक पश्चात चतुर्दशी (क्षय)
नक्षत्र : अश्विनी रात्रि 12:32 तक

दिन का चौघड़िया
चर : प्रात: 10:48 से दोप 12:11
लाभ : दोप 12:11 से 1:34
शुभ : सायं 4:19 से 5:42
अभिजित : प्रात: 11:49 से दोप 12:33

रात्रि का चौघड़िया
अमृत : सायं 5:42 से 7:19
चर : सायं 7:19 से रात्रि 8:57
प्रदोषकाल : सायं 5:42 से रात्रि 8:19

आज विशेष : बैकुंठ चतुर्दशी
आज का शुभ अंक : 5
आज का शुभ रंग : पीला, सफेद
आज के पूज्य : श्री हरि विष्णु
आज का मंत्र : ऊं विष्णवे नम:

आज का राशिफल
मेष : दिन सामान्य है। आवश्यक सभी काम पूरे होंगे, किंतु दौड़भाग करनी होगी। सेहत का ध्यान रखें।

वृषभ : यात्राएं होंगी, परिवार को समय देना होगा, मित्रों का सहयोग करना पड़ेगा, धन की आवक होगी।

मिथुन : आय कमजोर रहेगी, मानसिक तनाव होगा, परिवार से विवाद संभव है, कार्यस्थल पर ध्यान दें।

कर्क : मन किसी बात से विचलित रहेगा, धन अधिक खर्च होगा, सेहत प्रभावित होगी, मित्रों से मिलेंगे।

सिंह : संपत्ति के काम होंगे। मांगलिक प्रसंग आएंगे, स्वास्थ्य ठीक रहेगा, कोई सम्मान मिल सकता है।

कन्या : काम पूरे करने के लिए दौड़भाग रहेगी, करियर में ग्रोथ आएगी, धन आएगा, संपत्ति सुख मिलेगा।

तुला : कार्यस्थल पर तनाव महसूस होगा। विवाद होगा, धन तंगी रहेगी। स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।

वृश्चिक : संतान के कार्यों पर नजर रखें, किसी को पैसा उधार न दें, अचानक यात्राएं हो सकती हैं।

धनु : आर्थिक लाभ होगा, वाहन सुख मिलेगा, समाज में सम्मान मिलेगा, परिवार से संबंध सुधरेंगे।

मकर : मानसिक शांति रहेगी, दौड़भाग थमेगी, पद और पैसे में वृद्धि होगी, प्रेम संबंध मजबूत होंगे।

कुंभ : रोग दूर होंगे, मन प्रसन्न रहेगा, आज सारे काम सफल होंगे, नए काम प्रारंभ कर सकते हैं।

मीन : धन आएगा, मानसिक शांति रहेगी, धार्मिक यात्राएं कर सकते हैं, युवाओं को नई नौकरी मिलेगी।

आज का टोटका
आज गुरुवार के दिन अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए पीले कागज का पंचकोणीय टुकड़ा काटकर अपने पर्स में रखें। धन आएगा, सम्मान मिलेगा, सुख-संपत्ति प्राप्त होगी।

शनि हो रहा मार्गी, संकटों से बचना है तो करें ये उपाय


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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मनुष्य को उसके अच्छे-बुरे कर्मों का फल देने वाला ग्रह शनि 15 नवंबर 2024 शुक्रवार को सायं 7:51 बजे मार्गी होने जा रहे हैं। शनि 30 जून 2024 को वक्री हुआ था। 139 दिनों तक वक्री रहने के बाद शनि अब मार्गी हो रहा है। शनि के मार्गी हो जाने के कारण कुछ राशियों को लाभ होगा तो कुछ राशि के जातकों की परेशानी बढ़ सकती है।

साढ़ेसाती और अन्य राशि वालों पर प्रभाव
शनि वर्तमान में कुंभ राशि में गोचर कर रहा है। इसलिए मकर पर साढ़ेसाती का अंतिम ढैया, कुंभ पर दूसरा ढैया और मीन राशि पर साढ़ेसाती का पहला ढैया चल रहा है। कर्क और वृश्चिक राशि पर लघु ढैया चल रहा है। शनि के मार्गी होने से साढ़ेसाती और लघु ढैया वाले जातकों की परेशानी कुछ कम होगी। जो काम अब तक अटके हुए थे वे आगे बढ़ने लगेंगे। धन आएगा। रोग मुक्ति होगी। अन्य राशि के जातकों को भी उनकी कुंडली में शनि की स्थिति के अनुसार शुभाशुभ फल प्राप्त होंगे।
(राशियों के बारे में विस्तृत जानकारी हम अगली पोस्ट में देंगे।)

कैसे बचें साढ़ेसाती के दुष्प्रभाव से
मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों को काले घोड़े की नाल से बना छल्ला अपनी मध्यमा अंगुली में धारण करना चाहिए। इससे साढ़ेसाती के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलेगी। काले घोड़े की नाल से बना छल्ला न मिले तो नाव की कील से बना छल्ला भी उपयोग में लिया जा सकता है।

शनिवार के दिन शनि मंदिर में बैठकर शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। ऊं शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जाप रुद्राक्ष या काले हकीक की माला से करने से शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है।

पीपल के पेड़ की पूजा शनिवार को करने से शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है। शनिवार के दिन दोपहर 12 बजे से पूर्व पीपल के पेड़ में कच्चे दूध में काले तिल मिलाकर अर्पित करें। सायंकाल उसी पीपल के पेड़ के नीचे आटे के सात दीपक लगाएं। इससे शनि दोष शांत होगा।

शनिवार के दिन हनुमानजी को चमेली के तेल से सिंदूर का चोला चढ़ाकर हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। हनुमान जी को देसी घी के हलवे का नैवेद्य लगाने से शनि की शांति होती है।

शनिवार के दिन घर में लोबान की धूप लगाना चाहिए। जिन लोगों को शनि की साढ़ेसाती और ढैया है उन्हें तो विशेष रूप से यह प्रयोग करना ही चाहिए।

यदि किसी जातक की कुंडली में शनि वक्री, नीच राशि में या चौथे-आठवें-बारहवें भाव में है तो उन्हें मार्गी होने के अनेक दुष्परिणाम देखने पड़ सकते हैं। धन हानि, करियर में बाधा, रोग, विवाद जैसी स्थितियां बन सकती हैं। इनसे बचने के लिए हनुमानजी की नित्य आराधना करना आवश्यक है।

कैसा रहेगा आज का दिन 12 नवंबर 2024 मंगलवार


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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12 नवंबर 2024 मंगलवार
विक्रम संवत : 2081
शालिवाहन वाहन शके : 1946
मास : कार्तिक शुक्ल पक्ष

तिथि : एकादशी सायं 4:04 तक
नक्षत्र : पूर्वाभाद्रपद प्रात: 7:51 तक पश्चात उत्तराभाद्रपद

दिन का चौघड़िया
लाभ : प्रात: 10:48 से दोप 12:11
अमृत : दोप 12:11 से 1:34
अभिजित : प्रात: 11:49 से दोप 12:33
प्रदोषकाल : सायं 5:42 से रात्रि 8:19

रात्रि का चौघड़िया
लाभ : सायं 7:20 से रात्रि 8:57

आज विशेष : देवोत्थान एकादशी
आज का शुभ अंक : 3
आज का शुभ रंग : लाल, पीला
आज के पूज्य : मां दुर्गा
आज का मंत्र : ऊं दुं दुर्गाये नम:

आज का राशिफल
मेष : दिन सफलतादायक रहेगा। आर्थिक लाभ होगा। संपत्ति सुख मिलेगा। स्वास्थ्य में सुधार आएगा।

वृषभ : धन की तंगी दूर हो जाएगी। उधार दिया पैसा लौट आएगा। प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी।

मिथुन : परिवार में आनंदोत्सव होगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आज आर्थिक संकटों से निजात मिल जाएगी।

कर्क : संबंधों को लेकर सतर्क रहें। किसी बात पर क्रोध न करें। अनावश्यक विवाद सामने आ सकते हैं।

सिंह : धन तंगी दूर होगी। संपत्ति सुख मिलेगा। स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। करियर की चिंता दूर होने वाली है।

कन्या : मानसिक तनाव दूर होगा। काम सुगमता से होंगे। नौकरी और व्यवसाय में लाभ होने वाला है।

तुला : स्वास्थ्य ठीक रहेगा। परिवार में आनंदोत्सव होगा। आर्थिक लाभ होगा। प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी।

वृश्चिक : कर्ज मुक्ति होगी। परिवार के साथ मनोरंजक यात्रा पर जाएंगे। स्वास्थ्य में सुधार होगा। प्रेम प्रगाढ़ होगा।

धनु : प्रेम प्रस्ताव मिलेगा। पैसा आएगा। युवाओं को नौकरी मिलेगी। नए काम प्रारंभ करने के लिए दिन ठीक है।

मकर : मन प्रसन्न रहेगा। मित्रों से मुलाकात होगी। पारिवारिक कार्यों पर खर्च करेंगे। स्वास्थ्य में सुधार आएगा।

कुंभ : दिन मंगलमय है। शारीरिक-मानसिक तनाव कम होंगे। प्रियजनों से मुलाकात होगी। प्यार-पैसा मिलेगा।

मीन : पद और पैसा मिलेगा। युवा नए स्टार्टअप में पैसा लगाएंगे। यात्रा होगी। प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात होगी।

आज का टोटका
आज लाल चंदन का तिलक अपने मस्तक और कंठ पर लगाएं। लाल पुष्प हनुमान जी या माता दुर्गा को अर्पित करें। गुड़-चने का नैवेद्य लगाएं। आज के दिन शिवलिंग पर लाल मसूर की दाल अर्पित करने से आर्थिक संकट दूर होंगे।

देवउठनी ग्यारस पर जगाएं अपना सोया हुआ भाग्य


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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12 नवंबर 2024 को देवउठनी ग्यारस पर न केवल भगवान विष्णु योग निद्रा से जागेंगे, बल्कि उनके साथ आप अपना सोया हुआ भाग्य भी जगा सकते हैं। कुछ उपाय आप इस दिन करेंगे तो आपकी किस्मत के दरवाजे खुल जाएंगे और आप जो चाहोगे वो मिल जाएगा। इन उपायों से आपके धन की कमी दूर होगी, खूब पैसा आएगा, जो काम करेंगे उसमें सफलता मिलेगी, विवाह में बाधा आ रही है तो वह भी दूर हो जाएगी, रोग दूर होगा, लक्ष्मी की कृपा आप पर बरसेगी। इनमें से आप एक या दो उपाय अवश्य करें निश्चित रूप से लाभ होगा।

1. देवउठनी ग्यारस के दिन एक विष्णु शंख लें, अपनी पूजा स्थान में एक चांदी के बर्तन में इस शंख को रखें। अच्छे से धोकर, पूजा करें और इसमें शकर भरकर रख दें। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। इसके बाद अगले दिन इस शकर को निकालकर चींटियों की बांबी में डाल आएं। इससे आपके आर्थिक संकट दूर हो जाएंगी।

2. देवउठनी एकादशी के दिन शालिग्राम लाकर घर में रखें और विधिवत पूजा अर्चना करें। इससे धीरे-धीरे आपके सारे संकट दूर होने लगेंगे। पैसा आएगा, व्यापार में लाभ होगा और वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाएंगी।

3. देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी के पौधे में सायंकाल के समय घी का दीप लगाएं। इससे सुख –समृद्धि आएगी। विष्णु भगवान की कृपा प्राप्त होगी।

4. अपने सोए हुए भाग्य को जगाने के लिए देवउठनी ग्यारस के दिन पांच पीली कौड़ी लेकर इनका पूजन हल्दी से करें। इसके बाद ऊं विष्णवै नम: मंत्र की 11 माला जाप करके पीली कौड़ी को हल्दी की गांठ के साथ बांधकर रख लें। धन आने लगेगा।

5. धन की तंगी है तो देवउठनी ग्यारस के दिन पीपल के पांच पत्ते लें, इन पर अष्टगंध से अष्टदल कमल बनाएं। पीले पुष्पों से पूजन करें और ऊं अं वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करें। इसके बाद इन पत्तों को ले जाकर किसी कुएं में डाल आएं। खूब पैसा आने लगेगा।

6. देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के पूर्ण स्वरूप भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करना भी श्रेष्ठ रहता है। इस दिन श्रीकृष्ण का आकर्षक श्रृंगार कर मोर मुकुट सजाएं, माखन-मिश्री का भोग लगाएं।

7. देवउठनी एकादशी के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सायंकाल प्रदोषकाल में सात दीपक में तिल का तेल भरकर प्रज्वलित करें। सोया हुआ भाग्य जाग जाएगा।

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कैसा रहेगा आज का दिन : 11 नवंबर 2024 सोमवार


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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11 नवंबर 2024 सोमवार
विक्रम संवत : 2081
शालिवाहन वाहन शके : 1946
मास : कार्तिक शुक्ल पक्ष

तिथि : दशमी सायं 6:46 तक पश्चात एकादशी
नक्षत्र : शतभिषा प्रात: 9:39 तक

दिन का चौघड़िया
अमृत : प्रात: 6:38 से 8:01
शुभ : प्रात: 9:25 से 10:48
चर : दोप 1:34 से 2:57
लाभ : दोप 2:57 से सायं 4:20
अमृत : सायं 4:20 से 5:43
अभिजित : प्रात: 11:48 से दोप 12:33
प्रदोषकाल : सायं 5:43 से रात्रि 8:19

रात्रि का चौघड़िया
चर : सायं 5:43 से 7:20

आज विशेष :
आज का शुभ अंक : 2
आज का शुभ रंग : सफेद, पिंक
आज के पूज्य : श्री कृष्ण
आज का मंत्र : कृं कृष्णाय नम:

आज का राशिफल
मेष : दिन शुभ है। काम सफल होंगे। पैसा आएगा। परिवार में मेहमान आएंगे। रिश्तों में सुधार आएगा।
वृषभ : विवादों से बचें। दिन सामान्य है। अटके काम चल पड़ेंगे। धन आएगा, खर्च भी होता जाएगा।
मिथुन : स्वास्थ्य का ध्यान रखें। सामाजिक दायित्व बढ़ेंगे। धन आएगा, संपत्ति के मामले सुलझेंगे।
कर्क : कामकाज में सफलता मिलेगी, नए काम प्रारंभ करेंगे। अचानक यात्राएं करनी पड़ सकती हैं।
सिंह : मांगलिक प्रसंगों में जाएंगे। आध्यात्मिकता में रुचि होगी। नौकरी और करियर की चिंता दूर होगी।
कन्या : मन प्रसन्न रहेगा। पैसा आएगा और निवेश करेंगे। दांपत्य में मजबूती आएगी। नौकरी मिलेगी।
तुला : प्रेम प्रस्ताव मिलेगा। आर्थिक संकट कम होगा। काम में तेजी आएगी। आज यात्राएं हो सकती है।
वृश्चिक : रोग दूर होंगे। परिवार में मेहमान आएंगे। दोस्तों से मुलाकात होगी। धन का संकट दूर हो जाएगा।
धनु : नए काम प्रारंभ होंगे। प्रेम संबंध मजबूत होंगे। रोग दूर होंगे। करियर की चिंता दूर होगी। सम्मान मिलेगा।
मकर : यात्राएं होंगी। परिजनों से मिलना होगा। सेहत अच्छी रहेगी। मन प्रसन्न रहेगा। पैसे की तंगी दूर होगी।
कुंभ : धन का संकट कम होगा। मन में काम करने की उत्सुकता रहेगी। स्वास्थ्य में सुधार आएगा।
मीन : स्वास्थ्य ठीक रहेगा। परिवार से मिलना होगा। दांपत्य जीवन मधुर रहेगा। धन की तंगी दूर होने वाली है।

आज का टोटका
आज सभी राशि के जातक शिवजी के मंदिर जाएं और उन्हें पांच बिल्व पत्र और एक जनेऊ अर्पित करें। अपनी समस्या कहें और वहीं बैठकर शिव चालीसा का पाठ करें। संकट दूर होंगे।

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देवउठनी एकादशी से प्रारंभ हो जाएंगे विवाह, ये हैं मुहूर्त


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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देवउठनी एकादशी पर 12 नवंबर 2024 मंगलवार को श्रीहरि विष्णु के योग निद्रा से जाग जाने के साथ ही मांगलिक कार्यों पर लगा प्रतिबंध हट जाएगा और वैवाहिक आयोजन प्रारंभ हो जाएंगे। देवउठनी एकादशी को देव प्रबोधिनी एकादशी, देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है। इन दिन तुलसी विवाह के आयोजन भी होते हैं। मंदिरों- घरों में गन्ने से आकर्षक मंडप सजाकर उसमें तुलसी-शालिग्राम का विवाह करवाया जाता है। इसके साथ ही मनुष्यों के लिए भी वैवाहिक आयोजन प्रारंभ हो जाते हैं। देवउठनी एकादशी अबूझ मुहूर्त होता है इसलिए इस दिन बड़ी संख्या में निजी और सामूहिक विवाह के कार्यक्रम होते हैं।

यहां हम पाठकों की सुविधा के लिए नवंबर से मार्च तक के विवाह मुहूर्त प्रस्तुत कर रहे हैं। ये शुद्ध वैवाहिक मुहूर्त हैं। भावी वर-वधु के नाम की राशि से विवाह के मुहूर्त निकलवाने के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं।

नवंबर में विवाह मुहूर्त
16 नवंबर शनिवार, मार्गशीर्ष कृष्ण प्रथम
22 नवंबर शुक्रवार, मार्गशीर्ष कृष्ण सप्तमी
26 नवंबर मंगलवार, मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी
27 नवंबर बुधवार, मार्गशीर्ष कृष्ण द्वादशी

दिसंबर में विवाह मुहूर्त
5 दिसंबर गुरुवार, मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्थी
6 दिसंबर शुक्रवार, मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी-षष्ठी
7 दिसंबर शनिवार, मार्गशीर्ष शुक्ल षष्ठी
14 दिसंबर शनिवार, मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्दशी

जनवरी 2025 में विवाह मुहूर्त
16 जनवरी गुरुवार, माघ कृष्ण तृतीया
17 जनवरी शुक्रवार, माघ कृष्ण चतुर्थी
22 जनवरी बुधवार, माघ कृष्ण अष्टमी

फरवरी 2025 में विवाह मुहूर्त
3 फरवरी सोमवार, माघ शुक्ल षष्ठी
4 फरवरी मंगलवार, माघ शुक्ल सप्तमी
7 फरवरी शुक्रवार, माघ शुक्ल दशमी
13 फरवरी गुरुवार, फाल्गुन कृष्ण प्रतिपदा
18 फरवरी मंगलवार, फाल्गुन कृष्ण षष्ठी
20 फरवरी गुरुवार, फाल्गुन कृष्ण सप्तमी
21 फरवरी शुक्रवार, फाल्गुन कृष्ण अष्टमी
25 फरवरी मंगलवार, फाल्गुन कृष्ण द्वादशी

मार्च 2025 में विवाह मुहूर्त
5 मार्च बुधवार, फाल्गुन शुक्ल षष्ठी
6 मार्च गुरुवार, फाल्गुन शुक्ल सप्तमी

विशेष :
15 दिसंबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक धनु मलमास रहने से विवाह नहीं होंगे।
19 मार्च 2025 से 23 मार्च 2025 तक चार दिन शुक्र अस्त रहने से विवाह नहीं होंगे।
14 मार्च 2025 से 14 अप्रैल 2025 तक मीन मलमास रहने से विवाह नहीं होंगे।

कुंडली बता देती है आपको डायबिटीज होगी या नहीं


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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मधुमेह यानी डायबिटीज आज विश्व की सबसे बड़ी बीमारी बनती जा रही है। लगभग हर घर में डायबिटीज का एक मरीज मिल ही जाएगा। यह मुख्यत: लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है। अनियंत्रित खानपान, पैदल चलने की कमी, नियमित व्यायाम नहीं करने जैसी आदतों के कारण डायबिटीज होती है। इसके अनुवांशिक कारण तो हैं ही। ज्योतिष की दृष्टि से देखें तो जातक की कुंडली में ग्रह स्थितियां देखकर बताया जा सकता है कि उसे डायबिटीज होगी या नहीं।

जन्मकुंडली का पहला भाव व्यक्ति की शारीरिक स्थिति को बताता है और छठा स्थान रोग का भाव होता है। जब भी किसी व्यक्ति के रोगों का विचार करना हो तो इन्हीं दोनों भावों की ग्रह स्थितियों का विचार किया जाता है। कुंडली में लग्न और लग्नेश की स्थिति जितनी अच्छी होगी व्यक्ति का स्वास्थ्य भी उतना ही अच्छा होगा। इस भाव का कारक ग्रह सूर्य है। इसलिए लग्न, लग्नेश और सूर्य इन तीनों की स्थिति जितनी अच्छी होगी जातक का स्वास्थ्य भी उतना अच्छा होगा।

कुंडली में छठे भाव से रोग का विचार किया जाता है। मंगल एवं शनि दोनों ही इस भाव के कारक ग्रह हैं। इसलिए रोग विचार करते समय छठा भाव, षष्ठेश, शनि और मंगल की स्थिति पर विचार करना चाहिए। छठे भाव या षष्ठेश पर मंगल एवं शनि की दृष्टि होने से बड़े रोग होने की आशंका ज्यादा होती है। षष्ठेश का जिस भाव के स्वामी के साथ संबंध हो उन भावों से संबंधित रोग होने की आशंका रहती ही है।

डायबिटीज के लिए जिम्मेदार ग्रह स्थितियां
1. गुरु अपनी नीच राशि मकर में होकर छठे, आठवें या बारहवें भाव में हो तो डायबिटीज होती है।
2. शुक्र छठे भाव में तथा गुरु बारहवें भाव में हो और इन पर शनि की दृष्टि हो तो यह रोग होता है।
3. गुरु सूर्य के साथ बैठकर अस्त हो तथा उस पर राहु की पूर्ण दृष्टि हो तो डायबिटीज होती है।
4. गुरु एवं शनि की युति छठे, आठवें या बारहवें भाव में हो तो मधुमेह का रोग होने की आशंका रहती है।
5. षष्ठेश व्यय भाव में तथा व्ययेश छठे भाव में हो तो निश्चित रूप से डायबिटीज पर पैसा खर्च होता है।
6. गुरु शनि तथा राहु के साथ हो या इनकी दृष्टि में हो तो भी डायबिटीज की आशंका रहती है।

बचें कैसे
डायबिटीज से बचने के लिए या हो गई है तो इसे नियंत्रित रखने के लिए गुरु से संबंधित उपाय करने चाहिए।
1. सोने या अष्टधातु की अंगूठी में पीला पुखराज पहनना चाहिए।
2. बगैर शक्कर के दूध में हल्दी डालकर पीना चाहिए।
3. पीपल के पेड़ की जड़ को पीले कपड़े में बांधकर अपने पास रखने से डायबिटीज नियंत्रण में रहती है।
4. गुरु यंत्र या डायबिटीज निवारण यंत्र को भोजपत्र पर बनवाकर ताबीज के रूप में गले में पहनें।

भूत-प्रेत की बाधा दूर करते हैं ये स्टोन


गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

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क्या आपको अपने आसपास किसी के होने का एहसास होता है, जो दिखाई नहीं देता लेकिन लगता है कि कोई आसपास है। क्या कभी आप घर में अकेले हों लेकिन ऐसा लगता है कि आपको कोई घूर रहा है, क्या आपको अचानक से बैठे-बैठे कंपकंपी लगती है, कभी अचानक तेज गर्मी तो कभी अचानक ठंड लगने लगती है। क्या रात में आपको डरावने सपने आते हैं, नींद में आपको सीने में भारीपन और घबराहट सी महसूस होती है।

यदि आपके साथ ऐसे लक्षण हो रहे हैं तो सावधान होने की जरूरत है। आपके घर में कोई नकारात्मक ऊर्जा आ चुकी है और आप उससे घिरते जा रहे हैं। यदि लगातार आपके साथ ऐसा कुछ हो रहा है तो यह आपके लिए घातक भी हो सकता है। इसके लिए रत्न ज्योतिष में कुछ ऐसे रत्न बताए गए हैं जिन्हें आप धारण करेंगे तो ऐसी अनेक नकारात्मक ऊर्जाओं से बच सकेंगे। ये रत्न भूत-प्रेत की बाधाएं दूर करने की शक्ति रखते हैं।

ब्लैक तुरमली (black tourmaline)
यह एक ऐसा काला चिकना पत्थर होता है जो आपको सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है। इसे अंगूठी, पेंडेंट और माला के रूप में पहना जा सकता है।

ब्लैक ओनेक्स (black onyx)
इस स्टोन को पहनने से शरीर की नकारात्मक ऊर्जा तो बाहर निकलती ही है आपके अंदर चुनौतियों से लड़ने का आत्मविश्वास आ जाता है। ब्लैक ओनेक्स को पिरामिडनुमा पेंडेंट में पहनना चाहिए।

टाइगर आई (tiger eye)
यह सबसे पावरफुल स्टोन होता है। इसे पहनने से आपके आसपास जितनी भी नकारात्मक ऊर्जा आ गई है वह दूर हो सकती है। इसे बड़े आकार में अंगूठी के रूप में पहना जाता है।

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क्या हैं लाभ
इन तीनों में से कोई एक स्टोन आपको अवश्य धारण करना चाहिए। इससे आपको मानसिक मजबूती मिलती है। आपको अपने कामकाज करने में आत्मविश्वास रहने से काम आसानी से सफल हो जाते हैं। जिन लोगों को मिर्गी, स्ट्रोक या मानसिक रोग है उन्हें ये स्टोन अवश्य पहनने चाहिए।

मानसिक रोगियों को इन स्टोन को पानी में डालकर वो पानी पिलाना चाहिए, इससे कुछ ही महीनों में मानसिक रोग दूर होकर व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ हो जाता है।

इन स्टोन को धारण करने से व्यक्ति कठिन से कठिन चुनौतियों का सामना करने का सामर्थ्य प्राप्त कर लेता है और कोई चुनौती उसे बड़ी नहीं लगती, वह सभी पर जीत प्राप्त कर लेता है। विद्यार्थियों को टाइगर आई जरूर पहनना चाहिए।