सुखी दांपत्य जीवन का आधार और सफलता उत्तम संतान की प्राप्ति है। विवाह के लंबे समय बाद भी जब संतान नहीं हो पाती तो पति-पत्नी के रिश्तों में भी कई बार खटास आने लगती है और उन्हें परिवार और समाज के ताने सुनने पड़ते हैं। संतान की प्राप्ति के लिए लाल किताब में अनेक उपाय बताए गए हैं और लाल किताब के टोटके बिलकुल सटीक निशाने पर जाकर बैठते हैं और संतान सुख प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं ऐसे टोटके-
– उत्तम संतान सुख के लिए दंपती को लगातार 41 दिन यह उपाय करना चाहिए। उन्हें करना यह है कि हर दिन सुबह के अपने भोजन में से गाय, कुत्ते और कौवे के लिए तीन ग्रास निकाल दें और उन्हें खिला दें। यह उपाय पति-पत्नी दोनों को करना है। इन 41 दिनों तक संसर्ग न करें। 42वें दिन संसर्ग करें तो स्त्री गर्भधारण अवश्य करेगी।
– जिस जगह पर भोजन पके उसी स्थान पर पति-पत्नी साथ बैठकर नित्य भोजन करें। इससे उन्हें शीघ्र सांसारिक सुख प्रदान होगा।
– पति-पत्नी जिस पलंग पर सोते हों उस पलंग के नीचे प्रत्येक रात तांबे के एक लोटे में जल भरकर रख दें। सुबह उठकर उस जल को ऐसे स्थान पर चढ़ा दें जहां किसी का पैर उसपर न पड़े। इसे किसी बगीचे में भी डाल सकते हैं। ऐसा लगातार 41 दिन करें। इससे पारिवारिक और सांसारिक सुख की प्राप्ति होगी।
– जिस दंपती के बच्चे की जन्म के बाद मृत्यु हो जाती हो या पैदा होते ही मर जाते हों, वे दंपती अपने बच्चे के पैदा होने की खुशी में मिठाई की जगह नमकीन बांटें।
– जिन दंपती को संतान सुख नहीं मिल पा रहा है वे किसी ऐसी कुतिया का नर बच्चा पालें जो अपने समय में अकेला ही पैदा हुआ हो। उस पिल्ले को पालने से आपके घर में भी किलकारियां गूंजेंगी।
– नि:संतान स्त्री पांच पूर्णिमा पर एक सूखा नारियल का गोला लें। उसमें छोटा सा छेद करके उसमें उबालकर ठंडा किया हुआ मीठा केसरयुक्त दूध भर दें। छेद को पुन: बंद कर दें। इसे प्रत्येक पूर्णिमा पर चांद की रोशनी में रखें। अगले दिन दूध पी लें और सूखा नारियल खा लें। ऐसा पांच पूर्णिमा करने से संतान सुख की प्राप्ति होगी।
– लाजवंती के पौधे की जड़ पुष्य नक्षत्र में लाकर कमर में बांधने से बांझ स्त्री को भी संतान की प्राप्ति हो जाती है।