असमय मृत्यु के समान कष्ट देती है टूटी हुई जीवनरेखा


पं. गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य

अक्सर हम अपने सामाजिक जीवन में देखते हैं कि कई लोग कम उम्र में ही असमय मृत्यु के शिकार हो जाते हैं। हादसे का कारण चाहे कुछ भी रहा हो किंतु असमय मृत्यु पूरे परिवार को तोड़कर रख देती है। असमय मृत्यु होने का कारण आपकी हथेली में छुपा हुआ है। हथेली में जीवन रेखा का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि संपूर्ण जीवन पर इसी का प्रभाव सबसे अधिक होता है। जो रेखा अंगूठे के ठीक नीचे से निकलकर शुक्र पर्वत को घेरते हुए मणिबंध तक जाती है वही जीवन रेखा कहलाती है। सामान्य नियम के अनुसार छोटी जीवन रेखा कम उम्र और लंबी जीवन रेखा लंबी उम्र की ओर इशारा करती है। यदि जीवन रेखा टूटी हुई हो तो यह अशुभ होती है।

1. हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार लंबी, गहरी, पतली और साफ जीवन रेखा शुभ होती है। जीवन रेखा पर क्रॉस का चिह्न अशुभ होता है। यदि जीवन रेखा शुभ है तो व्यक्ति की आयु लंबी होती है और उसका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।

2. यदि मस्तिष्क रेखा (मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा लगभग एक ही स्थान से प्रारंभ होती है) और जीवन रेखा अपने उद्गम स्थान पर अलग-अलग हो तो व्यक्ति स्वतंत्र विचारों वाला होता है।

3. यदि मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा के मध्य अधिक अंतर हो तो व्यक्ति बिना सोच-विचार के कुछ भी कार्य कर डालता है।

4. यदि दोनों हाथों में जीवन रेखा टूटी हुई हो, तो व्यक्ति को असमय मृत्यु समान कष्टों का सामना करना पड; सकता है। यदि एक हाथ में जीवन रेखा टूटी हुई हो तो यह किसी गंभीर बीमारी की ओर संकेत करती है।

5. यदि किसी व्यक्ति के हाथ में जीवन रेखा श्रृंखलाकार या अलग-अलग टुकड़ों में हो तो या उनसे बनी हुई हो तो व्यक्ति निर्बल हो सकता है। ऐसे लोग स्वास्थ्य की दृष्टि से भी परेशानियों का सामना करते हैं।

6. यदि जीवन रेखा से कोई शाखा गुरु पर्वत क्षेत्र की ओर उठती दिखाई दे या गुरु पर्वत में जा मिले तो व्यक्ति को कोई बड़ा पद या व्यापार-व्यवसाय प्राप्त होता हे।

7. यदि जीवन रेखा से कोई शाखा शनि पर्वत क्षेत्र की ओर उठकर भाग्य रेखा के साथ-साथ चलती दिखाई दे तो व्यक्ति को धन-संपत्ति का लाभ मिल सकता है।

8. यदि जीवन रेखा, हृदय रेखा और मस्तिष्क रेखा तीनों प्रारंभ में मिली हुई हो तो व्यक्ति भाग्यहीन, दुर्बल और परेशानियों से घिरा होता है।

9. यदि जीवन रेखा को कई छोटी-छोटी रेखाएं काटती हुई नीचे की ओर जाती हो तो ये रेखाएं व्यक्ति के जीवन में परेशानियों को दर्शाती हैं।

10. यदि जीवन रेखा गुरु पर्वत से प्रारंभ हुई हो तो व्यक्ति अति महत्वाकांक्षी होता है। ये लोग अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

11. जब टूटी हुई जीवन रेखा शुक्र पर्वत के भीतर की ओर मुड़ती दिखाई देती है तो यह अशुभ लक्षण होता है। ऐसी जीवन रेखा बताती है कि व्यक्ति को किसी बड़े संकट का सामना करना पड़ सकता है।

12. यदि जीवन रेखा अंत में दो भागों में विभाजित हो गई हो तो व्यक्ति की मृत्यु जन्म स्थान से दूर होती है।

ध्यान रखें हस्तरेखा में दोनों हाथों की बनावट और रेखाओं का पूरा अध्ययन करना बहुत जरूरी है। यहां बताए गए फल हथेली की अन्य स्थितियों से बदल भी सकते हैं। इसी वजह से किसी व्यक्ति के बारे में सटीक भविष्यवाणी करना हो तो दोनों हथेलियों का अध्ययन करना चाहिए।

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