मंगल के क्रोध से बचना है तो हो जाएं सावधान

किसी जातक की जन्मकुंडली में जब मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें घर में होता है तो वह कुंडली मंगलीक होती है और इसे मंगल दोष कहा जाता है। मंगल दोष हमेशा अशुभ ही नहीं होता, कुछ ग्रह स्थितियों में यह शुभ भी होता है। अलग-अलग घरों में मंगल के होने से अलग-अलग प्रकार के परिणाम जातक को प्राप्त होते हैं। मंगल दोष से पीड़ित व्यक्ति अक्सर हिंसक, क्रोधी, लालची, दूसरों का धन लूटने वाला होता है। मंगलीक लोगों को मंगल के क्रोध से अक्सर जूझना पड़ता है। इस दोष को दूर करने के लिए लाल किताब में अनेक चमत्कारिक टोटके बताए गए हैं।

मंगल दोष से बचने के लाल किताब के टोटके

– यदि आपकी कुंडली में मंगलदोष है तो जीवन में हमेशा सदाचार का पालन करें। झूठ न बोलें। झूठ बोलकर किसी से धन न लें।
– किसी नि:संतान व्यक्ति से कोई संपत्ति, वाहन या अन्य वस्तुएं न खरीदें। यह आपके मंगल को और अमंगल कर देगा।
– यदि आप मंगलीक हैं तो किसी साधु या फकीर से भूलकर भी कोई धागा, डोरा या ताबीज न लें।
– ध्यान रहे आपके मित्रों की सूची में कोई नि:संतान, काने, अपंग या गंजे व्यक्ति न हों।
– मंगल दोष से प्रभावित व्यक्ति को अपने घर में या अपने पास हाथी दांत से बनी कोई वस्तु रखनी चाहिए।
– मंगल दोष है तो घर में कोई भी हथियार न रखें। जंग लगे या पुराने हथियार तलवार आदि हैं तो जल में बहा दें।
– प्रत्येक मंगलवार को हनुमानजी के मंदिर में बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाएं।
– चांदी के कड़े में तांबे का डाल डलवाकर पहनने से मंगल दोष दूर होगा।
– चांदी की चूड़ी पर लाल रंग चढ़वाकर उसे अपनी पत्नी के हाथों में अपने हाथों से पहनाएं।
– मंगलवार के दिन पानी के तेज प्रवाह में 100 ग्राम बताशे प्रवाहित करें।
– सात मंगलवार जल में शहद और सिंदूर प्रवाहित करें।
– एक बार किसी मंगलवार को कच्ची दीवार बनाकर गिरा देने से मंगल दोष की शांति होती है।