गजेंद्र शर्मा
ज्योतिषाचार्य
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12 नवंबर 2024 को देवउठनी ग्यारस पर न केवल भगवान विष्णु योग निद्रा से जागेंगे, बल्कि उनके साथ आप अपना सोया हुआ भाग्य भी जगा सकते हैं। कुछ उपाय आप इस दिन करेंगे तो आपकी किस्मत के दरवाजे खुल जाएंगे और आप जो चाहोगे वो मिल जाएगा। इन उपायों से आपके धन की कमी दूर होगी, खूब पैसा आएगा, जो काम करेंगे उसमें सफलता मिलेगी, विवाह में बाधा आ रही है तो वह भी दूर हो जाएगी, रोग दूर होगा, लक्ष्मी की कृपा आप पर बरसेगी। इनमें से आप एक या दो उपाय अवश्य करें निश्चित रूप से लाभ होगा।
1. देवउठनी ग्यारस के दिन एक विष्णु शंख लें, अपनी पूजा स्थान में एक चांदी के बर्तन में इस शंख को रखें। अच्छे से धोकर, पूजा करें और इसमें शकर भरकर रख दें। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। इसके बाद अगले दिन इस शकर को निकालकर चींटियों की बांबी में डाल आएं। इससे आपके आर्थिक संकट दूर हो जाएंगी।
2. देवउठनी एकादशी के दिन शालिग्राम लाकर घर में रखें और विधिवत पूजा अर्चना करें। इससे धीरे-धीरे आपके सारे संकट दूर होने लगेंगे। पैसा आएगा, व्यापार में लाभ होगा और वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाएंगी।
3. देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी के पौधे में सायंकाल के समय घी का दीप लगाएं। इससे सुख –समृद्धि आएगी। विष्णु भगवान की कृपा प्राप्त होगी।
4. अपने सोए हुए भाग्य को जगाने के लिए देवउठनी ग्यारस के दिन पांच पीली कौड़ी लेकर इनका पूजन हल्दी से करें। इसके बाद ऊं विष्णवै नम: मंत्र की 11 माला जाप करके पीली कौड़ी को हल्दी की गांठ के साथ बांधकर रख लें। धन आने लगेगा।
5. धन की तंगी है तो देवउठनी ग्यारस के दिन पीपल के पांच पत्ते लें, इन पर अष्टगंध से अष्टदल कमल बनाएं। पीले पुष्पों से पूजन करें और ऊं अं वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करें। इसके बाद इन पत्तों को ले जाकर किसी कुएं में डाल आएं। खूब पैसा आने लगेगा।
6. देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के पूर्ण स्वरूप भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करना भी श्रेष्ठ रहता है। इस दिन श्रीकृष्ण का आकर्षक श्रृंगार कर मोर मुकुट सजाएं, माखन-मिश्री का भोग लगाएं।
7. देवउठनी एकादशी के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सायंकाल प्रदोषकाल में सात दीपक में तिल का तेल भरकर प्रज्वलित करें। सोया हुआ भाग्य जाग जाएगा।
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